कानपुर। एक तरफ कोरोना वायरस हर दिन के साथ देश भर में अपने पैर पसार रहा है तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार समेत प्रदेश सरकारें इस वायरस से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियों की बात कह रही है जिस पर जिला प्रशासन भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। हालांकि हाल ही में गायिका कनिका कपूर में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से लखनऊ और कानपुर शहर में पड़े गायिका के कदमों से प्रदेश सरकार समेत पूरा जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। आपको बताते चलें कि हाल ही में लंदन से लौटी कनिका कपूर एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा बिना जांच के ही देश में प्रवेश कर गई थी जिसके बाद उनके द्वारा लखनऊ में आयोजित एक पार्टी में शिरकत की गई और कानपुर शहर के विष्णुपुरी स्थित कल्पना टावर में भी वे कई लोगों से मिली। लेकिन कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद से प्रदेश सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में कानपुर, लखनऊ और नोएडा को सैनिटाइज करने का आदेश दिया गया है। ऐसा ही आदेश प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश भर के स्कूलों, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों को भी दिया गया था जिसमें छात्र- छात्राओं और शिक्षिकाओं समेत पूरे विद्यालय को बंद रखने के निर्देश दिए गए थे जिनका अनुपालन शहर के कई प्रतिष्ठित विद्यालय नहीं कर रहे। आपको बताते चलें कि 2 अप्रैल तक स्कूल बंद करने के आदेश का पालन न करने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 19 विद्यालयों को मान्यता समाप्त करने का नोटिस दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय संचालकों से कहा गया है कि यदि कोई भी विद्यालय खुला मिला तो उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी पवन तिवारी ने जानकारी दी कि मरियमपुर स्कूल, मूलगंज स्थित केएल महेश्वरी स्कूल, तात्या टोपे नगर स्थित तुलसा देवी प्राइवेट स्कूल, यशोदा नगर स्थित ज्ञान स्थली एकेडमी, यशोदा नगर स्थित राइजिंग सन एजुकेशन सेंटर, किदवई नगर स्थित डॉ वीरेंद्र स्वरुप एजुकेशन सेंटर, इस्तिखाराबाद स्थित शीबा ग्रेसिव स्कूल, बर्रा 8 स्थित एक्सीलेंट पब्लिक स्कूल, गोविंद नगर स्थित मनोरमा एजुकेशन सेंटर, किदवई नगर स्थित मदर टेरेसा मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल, पशुपति नगर स्थित आर्यावर्त पब्लिक स्कूल, जरौली स्थित कृष्णा फाउंडेशन एकेडमी, राजीव नगर स्थित नर्मदा पब्लिक स्कूल, रतनलाल नगर स्थित रोज डफ्ज़ पब्लिक स्कूल, बर्रा स्थित कैंडी टफ्ज पब्लिक स्कूल, जरौली स्थित रघुवंश एकेडमी, बर्रा स्थित एक्सेल पब्लिक स्कूल समेत 19 विद्यालय लगातार रूप से खुल रहे थे जिनको नोटिस देते हुए यह पूछा गया है कि आपकी मान्यता क्यों न रद्द की जाए? अब देखना यह है कि इन विद्यालयों को प्रदेश सरकार के आदेशों की अवमानना के बाद जारी किए गए नोटिस पर कार्यवाही होती है या फिर लीपापोती हो जाती है?
ऐसे विद्यालयों की मान्यता क्यों न की जाए रद्द? नोटिस हुआ जारी
• Pankaj Singh