कोयलानगर के कबाड़ माफियाओ की शिकायत पहुंची डीएम के पास

कानपुर। चकेरी थाना क्षेत्र के कोयला नगर और इसके आसपास के दो दर्जन से ज्यादा रिहायसी मोहल्लों में चल रही अवैध कबाड की फैक्ट्रियों और गोदामो से त्रस्त इस इलाके की जनता आज जिलाधिकारी की चौखट पर पहुंच गई ।हिन्दु समन्यवय समिति की अगुवाई कानिय जिलाधिकारी में क्षेत्रीय लोगो ने आज जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी सममस्याओ के संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपा। हिन्दू समन्यवय समिती के जिलाध्यक्ष बजराज सिंह ने बताया कि लंबे समय से चकेरी थाना क्षेत्र का ये इलाका कबाड माफियाओ की अराजकता और रिहायसी इलाके में चल रहे इस काले कारोबार की वजह से पीडित है।लोग नगर निगम या स्थानीय भी करने - तो कभी कोई कार्यवाही इन ही होती इसी से आजिज आकर आज ई लोगो को जिलाधिकारी की चौखट तक आना आता सायों का जिक्र किया गया उनमें ये की कोयला नगर और आसपास की लगभग 3लाख की आबादी को न रिटायगी टलाके है तो यहां दस सी से मी तट से र भयानक बीमारियों का खतरा हो साथ ही इनकी वजह से रिहायसी इलाको में आग लगने का बड़ा खतरा हो इन्हें केवल औद्योगिक इलाको में संचालित किया जाना चाहिए वजराज ने य भा कहा कि इन गादामा आर इनम आन वाल भारा वाहना की वजह से क्षेत्र में यातायात की बड़ी समस्या है जिस पर भी जिलाधिकारी का ध्यान भा जिलाधिकारी का ध्यान आकष्ट कराया गया है ।हाईवे के दाना तरफ एक एक लन इन कबाड़ियों के वाहनों के कब्जे कबाडियों के वाहनों के कब्जे में रहता है जिसका वजह से में रहती है जिसकी वजह से आए दिन जाम और दुर्घटनाए होती रहती है कमोबेश यही हाल अदर का सड़को का भी अंदर की सड़को का भी है।पुलिस चौका से स्वर्णजयंती है।पलिस चौकी से स्वर्णजयंती विहार जो कि केडीए द्वारा विकसित रिहायसी कालोनी है की मुख्य सड़क पर भी कबाड़ के वाहनों की वजह से आमजन का चलना फिरना दूभर हो गया है।कबाड़ गोदामो की वजह से क्षेत्र में तमाम धर्मकांटे भी हो गए हाजनक पास अपना खुद का पाकिगन हान स यहा आन वाले वाहन भी रोड पर ही आगे पीछे करते है।अभी कुछ महीना पहले हा पापुलर धम कांटे पर एक ट्रक ने बैंक करते समय एक इटर का छात्रा का कुचल दिया था जिसकी मौत के बाद मौके पर भारी हंगामा हआ था तब आक्रोशित क्षेत्रीय जनता ने एक घण्टे से ज्यादा जनता ने एक तक हाईवे और मुख्य सड़कों को जाम रखा था उस समय प्रशासन अ प्रशासन और पुलिस ने जनाक्रोश व जनाक्रोश को दबाने के लिए पॉपलर धर्म कांटे के सामने सड़क पर पांच गार्डर भी लगवा दिए थे लगवा दिए थे ताकि रिहायसी इलाके में भा इलाके में भारी वाहन न जा सके लेकिन कबाड़ माफियाओ के आगे सब बौने साबित हुएऔर प्रशासन द्वारा लगवाए गए गार्डरों में से दो हटवा दिए गए और फिर से वाहनों की अराजकता चालू हो गयी प्रदूषण नियंत्रण विभाग के आधकारा आर विद्युत विभाग के कर्मचारा भा कबाड़ माफियाओ के जेब मे है तभी तो पराली जलाने पर किसानों को जेल भेजने वाला प्रदषण नियंत्रण प्लास्टिक जलाने और थ्रेश करने पर भी इन कबाडियों पर मेहरबा बिजली विभाग का भी है आम आदमी को जहाँ घरेलू बिजली के कनेक्सन के लिए दनिया के कागजात और घर में वायरिंग वगैरह दिखाना पाता है वही कबाड फैक्ट्रियों में 20-20 हॉर्स पॉवर की श्रेसिंग मशीनें किराए के खाली प्लॉट में बिना किसी कागजात और मानकों के चल रही है।घरेल लाइनों से ही गोदामो और फैक्ट्रियों को बिजली दे दी गयी है।जबकिहरफैक्ट्री का अपना अलग ांसफार्मर होना चाहिए।अब देखना होगा की आखिर जिला अधिकारी लाखो की जनता की फरियाद पर ध्यान देते हैया एकबार फिर कबाड़ माफियाओ का रसूख और इनकी सेटिंग जनता के आंसुओं पर भारी पड जाएगी।